
Andrew ॐ Gold108
जटाटवीगलज्जलप्रवाहपावितस्थले गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजंगतुंगमालिकाम् ।
डमड्डमड्ड्मड्ड्मन्निनादवड्ड्मर्वयं चकार चण्डताण्डवं तनोतु न: शिव:शिवम् ॥ १ ॥
जटाटवीगलज्जलप्रवाहपावितस्थले गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजंगतुंगमालिकाम् ।
डमड्डमड्ड्मड्ड्मन्निनादवड्ड्मर्वयं चकार चण्डताण्डवं तनोतु न: शिव:शिवम् ॥ १ ॥