प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरोसमदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार करो
एक लोहा पूजा मे राखत, एक घर बधिक परो |सो दुविधा पारस नहीं देखत, कंचन करत खरो ||प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो….
एक नदिया एक नाल कहावत, मैलो नीर भरो |…
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