रामा रामा रटते रटते,बीती रे उमरिया ।रघुकुल नंदन कब आओगे,भिलनी की डगरिया ॥
मैं शबरी भिलनी की जाई,भजन भाव ना जानु रे ।राम तेरे दर्शन के हित,वन में जीवन पालूं रे ।चरणकमल से निर्मल करदो,दासी की झोपड़िया ॥॥ रामा रामा…
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