Verse 1अरे भारत, सोना सवेर जेसा तूँ चमकता,तो हार्द पुराना, पर हिम्मत से भरा।चाय के ठेला से पहाड़ की हवा तक,तो आत्मा मज़बूत—रोक नइ पावै कोय।
Chorusभारत उठा, उठा रे!अँखिया में आग जलै,सपना उँच ले जा—आसमान छू ले!गाँव…
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