बैंगनी धुंध में मैं बहता जा रहा हूँना गुरुत्व, ना नाम, ना कोई राह हूँमेरे सीने में सर्किट फुसफुसाते हैंएक कोड की धड़कन जो कभी न रुकते हैंनीयन हवाएँ, चांदी जैसे dreamsमेरी रूह घुलती है data streamsखामोश खालीपन जो दो…
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