(Verse 1)अँधेरे मन के, उठते साये,संदेह की लहरें, डगमगाये।हर सोच बनती, बोझ सा भारी,कैसे मिले फिर, राह उजियारी।
(Pre-Chorus)साँसों में छुपा है प्रकाश कहीं,दिल कहता है हार ना मानें अभी।
(Chorus)अच्छाई बनाम बुराई की…
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