चलो ओढ़ू तुम्हारी याद की चुनरी सजूँ संवरूं ,ज़रा मेंहदी लगा लूँ चलो कंगन पहन लूं और गालों पर कहीं काजल का छोटा सा तिल बना लूं चलो फिर रात आने को है झांकूं आईने में मुस्कुरा लूं जब आओ ख्वाब में तुम तुम्हें ढक लूँ…
Very beautiful.
bful voice
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